साख पत्र

साख पत्र

दस्तावेजी ऋण जो ज़्यादातर साख पत्र (एलसी) के नाम से जाना जाता है, घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भुगतान को प्रभावित करने में सर्वाधिक उपयोग में लाया जाने वाला तरीका है॰

यह एक लिखित प्रमाणन है जो बैंक (जारीकर्ता बैंक) द्वारा माल क्रेता के अनुदेश पर विक्रेता को जारी किया जाता है॰ दस्तावेजी ऋण का प्रयोग शामिल पक्षों को सुरक्षा प्रदान करता है॰ विक्रेता को भुगतान सुनिश्चित किया जाता है बशर्ते वह सहमत निबंधनों का अनुपालन करे, जबकि क्रेता दस्तावेजी ऋण में माल की गुणवत्ता व संख्या को लेकर सारी शर्तें व निबंधन शामिल कर सकता है जो उसे स्वयं माल को देखे या जाँचे बिना संतुष्ट करें॰ चूंकि बैंक विश्वसनीय तीसरे पक्ष या मध्यस्थ की भूमिका निभाता है इसलिए वह क्रेता व विक्रेता के मध्य विश्वास संबंधी मुद्दों का ख्याल रखता है॰

दस्तावेजी ऋण या तो दर्शनी या मीयादी हो सकती है जो विक्रेता द्वारा क्रेता को बढाई गई ऋण अवधि पर निर्भर करता है॰


विशेषताएँ
  • विदेशी संपर्ककर्ता बैंकों का गतिशील नेटवर्क, अत्याधुनिक टेक्नालजी, वैश्विक संपर्क, आधुनिक व्यापार कार्रवाई प्लैटफ़ार्म और दस्तावेजी साख विशेषज्ञों की व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त टीम, इन सभी का एक प्रभावशाली पैकेज, जो आपकी एलसी संबंधी सभी आवश्यकताओं को पूरा करे.
  • देशी एलसी और विदेशी एलसी का एसएफएमएस और स्विफ़्ट प्लैटफ़ार्म के माध्यम से प्रेषण ताकि धोखाधड़ी से बचाव हो सके.
  • परियोजना आयात, कमोडिटी आयात, मर्चेंटिंग व्यापार आदि से जुड़ी जटिल एलसी की संरचना के लिए सलाहकारी सेवाएं.
  • दस्तावेजों की जाँच के लिए उच्च स्तरीय मानदंड.
  • त्वरित क्रियान्वयन
  • ई-मेल / फैक्स आदि के माध्यम से एलसी की सॉफ्ट प्रति॰ विनियामक दिशानिर्देशों के अनुसार अल्पावधि व्यापार साख॰