ट्रेजरी - सरकारी प्रतिभूतियां और गिल्ट्स
अवलोकन
सरकारी प्रतिभूतियां (जी-सेक) सर्वोच्च प्रतिभूतियां हैं जो भारत सरकार की ओर से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा केंद्र/राज्य सरकार के बाजार उधार प्रोग्राम के एक भाग के रूप में नीलाम की जाती हैं॰ सरकारी प्रतिभूतियों की एक निश्चित या अस्थायी कूपन दर हो सकती है॰ इन प्रतिभूतियों की गणना बैंकों द्वारा एसएलआर बनाए रखने के लिए की जाती है॰
केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी की गई सभी प्रतिभूतियां गिल्ट प्रतिभूति के रूप में मानी जाती हैं, इसलिए सरकारी प्रतिभूतियों के लिए एक अन्य नाम गिल्ट भी है॰ गिल्ट शब्द सरकार द्वारा जारी किए गए कागजात की श्रेष्ठ गुणवत्ता को दर्शाता है॰ इंग्लैंड के बैंक द्वारा जारी किए गए कागजात गिल्ट के किनारों वाले थे अतः शब्द गिल्ट्स की उत्पत्ति वहाँ से हुई॰