ट्रेजरी बिल (टी – बिल)
अवलोकन
ट्रेज़री बिल मूलत: केंद्र सरकार द्वारा अल्पा्वधि उधार (एक वर्ष से कम की परिपक्वता अवधि वाले) के लिखत हैं. ये तीन प्रकार के है:
- 91 दिन वाले ट्रेज़री बिल – 91 दिन के ट्रेज़री बिल की नीलामी की योजना 01.01.1993 को प्रारंभ की गई थी, इसका उद्देश्य ट्रेज़री बिल मार्केट को विकसित करना और सरकारी प्रतिभूतियों पर बाजार सम्बद्ध ब्याज दरों की ओर अग्रसर होना था. इनकी नीलामी रिज़र्व बैंक द्वारा की जाती है.
- 182- दिन वाले टी बिल 1987 में प्रारंभ किये गए और टी- बिलों के लिए नीलामी प्रक्रिया आरंभ की गई. .
- 364 दिन वाले ट्रेज़री बिल
- सरकारी प्रतिभूति बाजार के समग्र विकास के हिस्से के रूप में रिज़र्व बैंक द्वारा नीलामी आधार पर 364 दिनों के ट्रेजरी बिल जारी किए जाते है.